प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ और हेमकुंट साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों को बड़ी सौगात दी है। केंद्र सरकार ने रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के बीच रोपवे के निर्माण से जो यात्रा पहले घंटों में पूरी होती थी, वह अब मिनटों में पूरी हो जाएगी।
केंद्र सरकार ने रोपवे परियोजना के लिए 4081 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए यात्रियों को 21 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस पूरी यात्रा में 8 से 9 घंटे लगते हैं और रास्ता भी काफी कठिन है। बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर भूस्खलन का भी खतरा रहता है। इस परियोजना के तहत सरकार 12.9 किलोमीटर लंबा रोपवे बना रही है, जिससे मंदिर की दूरी आधी रह जाएगी। 9 घंटे की यात्रा मात्र 36 मिनट में पूरी हो जाएगी। इस रोपवे के निर्माण से केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को सबसे अधिक लाभ होगा।
लंबी और कठिन यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन रोपवा के साथ, तीर्थयात्रियों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि महंगे हवाई किराए से भी छुटकारा मिलेगा।
लोगों को उम्मीद है कि तीर्थयात्री हेलीकॉप्टर से कम किराए पर रोपवे के जरिए बाबा केदार के दर्शन के लिए धाम पहुंच सकेंगे। यह भी तय है कि रोपवे शुरू होने के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। केदारनाथ के लिए बनने वाले रोपवे को अत्याधुनिक ट्राई-केबल गोंडोला के साथ बनाया जा रहा है, जिससे अधिक यात्री बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
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