पंजाब सरकार ड्रोन के जरिए पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए अपना स्वयं का ड्रोन रोधी तंत्र विकसित करेगी। इसलिए सरकार ने एक नई कार्ययोजना बनाई है। सरकार जल्द ही एक उन्नत प्रणाली खरीदने जा रही है। इसलिए सरकार ने एंटी-ड्रोन लगाने वाली कंपनियों पर परीक्षण कराया है।
इस अवसर पर ड्रग डिटॉक्सिफिकेशन के लिए गठित हाई पावर कमेटी के चेयरमैन हरपाल चीमा, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष एवं कमेटी के सदस्य अमन अरोड़ा और डीजीपी गौरव यादव मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए जल्द ही धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब पुलिस और राज्य सरकार बड़ी चुनौती का सामना कर रही है। सीमा पार से हथियार और नशीले पदार्थ आते हैं, जिससे कभी-कभी स्थिति और खराब हो जाती है। पंजाब पुलिस काफी कुशल है, लेकिन कभी-कभी तकनीक के कारण चुनौतियां बढ़ जाती हैं।
बीएसएफ के पास 50 किलोमीटर का क्षेत्र होने के बावजूद उन्हें इस क्षेत्र में पूरी सफलता नहीं मिल पा रही है। ऐसी स्थिति में रक्षा की दूसरी पंक्ति तैयार करने की आवश्यकता महसूस की गई। हमने लोगों को नशीले पदार्थों से बचाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। यह पंजाब की सुरक्षा को मजबूत करने का एक नया प्रयास है, जिससे आने वाले समय में सीमा पार से नशीले पदार्थों और हथियारों के प्रवाह पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि ज्यादातर तस्करी ड्रोन के जरिए हो रही है और यह 'ड्रग्स पर युद्ध' के तहत की गई सख्त कार्रवाई है।
Post a Comment