लुधियाना स्थित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में भारत का पहला एआई स्कूल बनने जा रहा है, इसका उद्घाटन जल्द ही किया जाएगा। कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इसे एआई के साथ एकीकृत किया जा रहा है एआई स्कूल के खुलने की पुष्टि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना के वीसी डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने की और कहा कि यह 2025 सत्र में शुरू हो जाएगा।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सतबीर गोसल ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि एआई स्कूल समय की मांग है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के साथ सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि भारत में पहला एआई स्कूल पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में खुलेगा। उन्होंने कहा कि इसका मसौदा पूरी तरह तैयार हो चुका है। राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी इसमें हमारा सहयोग कर रही है।
कुलपति ने कहा कि जब वे जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख थे, तब भी एक विशेष जैव प्रौद्योगिकी स्कूल शुरू किया गया था। जिससे काफी विकास हुआ है, कृषि अभियांत्रिकी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजीत सिंह ने बताया कि कृषि को आसान बनाने के लिए हम ड्रोन तकनीक जो पहले से ही विदेशों में लोकप्रिय है, उसे यहां ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी पंजाब से कई महिलाएं गुड़गांव, दिल्ली जाकर केंद्र सरकार की ‘ड्रोन दीदी’ के तहत चलाई जा रही योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं। अब वे भी यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
इस बीच, ड्रोन पायलट प्रशिक्षक ने बताया कि 35,000 रुपये का जीएसटी शुल्क लिया जाएगा। 7 दिन का प्रशिक्षण होगा, पहले चरण के तहत 20 छात्रों या किसानों का एक समूह होगा। उन्होंने कहा कि यदि 10 छात्र भी होंगे तो भी वह सत्र शुरू कर देंगे।
Post a Comment