चंडीगढ़: राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के दौरान पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के जूनियर इंजीनियर (जेई) मनोज कुमार को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि यह मामला शिकायतकर्ता न्यू अमर नगर, डाबा, लुधियाना द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी पत्नी ने न्यू अमर नगर में दो मंजिला मकान खरीदा है और वह इस मकान की पहली मंजिल पर एक छोटी सी फैक्ट्री लगाना चाहता था, जिसके लिए 10 किलोवाट का व्यावसायिक बिजली मीटर चाहिए था।
शिकायत के अनुसार वह लुधियाना के जनता नगर स्थित पीएसपीसीएल गए थे। कार्यालय में नए मीटर के लिए आवेदन किया और आवश्यक शुल्क जमा कर दिया। पन्द्रह दिन बाद उक्त जे.ई. मनोज कुमार उस स्थान पर गए और उनसे इसके लिए 3,000 रुपये वसूले। इसके बाद जे.ई. ने 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग करते हुए कहा कि रिश्वत देने के बाद ही मीटर लगाया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि जब शिकायतकर्ता ने मीटर लगाने के संबंध में 19 फरवरी, 2025 को दोबारा पीएसपीसीएल से संपर्क किया तो शिकायतकर्ता ने मीटर लगवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। जब मैं कार्यालय गया तो जे.ई. इसके बाद उसने रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता के अनुरोध पर उक्त जे.ई. 5,000 रुपये अग्रिम लेने तथा शेष राशि मीटर लगाने के बाद देने पर सहमति बनी। फिर जे.ई. ने रिश्वत देने के लिए शिकायतकर्ता को कार्यालय बुलाया।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत की जांच के बाद लुधियाना रेंज विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और आरोपी को पीएसपीसीएल से गिरफ्तार कर लिया। कार्यालय जनता नगर, लुधियाना में दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
इस संबंध में जे.ई. मनोज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन, लुधियाना रेंज में मामला दर्ज किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को कल अदालत में पेश किया जाएगा और इस संबंध में आगे की जांच जारी है।
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