शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने सोमवार को एक प्रस्ताव पारित कर पूर्व आतंकवादी नारायण सिंह चौरा को समाज से बहिष्कृत करने की मांग की है। चौरा ने 4 दिसंबर को स्वर्ण मंदिर के बाहर शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला किया था। चौरा ने सुखबीर पर नजदीक से गोली चलाई थी, जबकि सुखबीर 2007 से 2017 तक सत्ता में रहने के दौरान अपनी पार्टी की गलतियों के लिए तन्खाह (धार्मिक दंड) भुगत रहे थे। लेकिन सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें काबू कर लिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। इस हमले को गहरी साजिश करार देते हुए एसजीपीसी की कार्यकारी समिति ने जांच पैनल का गठन भी किया है। पैनल में एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क, महासचिव शेर सिंह मंडवाला, कार्यकारी समिति के सदस्य सुख हरप्रीत सिंह रोडे, मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मनन और सचिव प्रताप सिंह (समन्वयक) शामिल हैं। पैनल को तीन सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
एसजीपीसी ने सुखबीर पर हमला करने वाले नारायण सिंह चौरा को समाज से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव पारित किया
byManish Kalia
-
0
Post a Comment