पंजाब डेस्क : सिख समुदाय की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त ने अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर अपना फैसला सुनाया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोमवार को अमृतसर में पंज प्यारे की मौजूदगी में फैसला पढ़ा। बादल को अगस्त में 'तनख्वाहिया' या धार्मिक दोषी घोषित किया गया था। उन्होंने अकाल तख्त, जिसे सिखों का सर्वोच्च न्यायालय भी कहा जाता है, से जल्द से जल्द फैसला सुनाने का आग्रह किया था। जत्थेदार ने पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री से राज्य भर के विभिन्न गुरुद्वारों के सामने सेवादार की पोशाक पहनकर दो दिन तक बैठने को कहा। ये गुरुद्वारे हैं श्री हरिमंदर साहिब (स्वर्ण मंदिर), तख्त श्री केशगढ़ साहिब, तख्त श्री दमदमा साहिब, दरबार साहिब (मुक्तसर) और गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब। जत्थेदार ने कहा, "गुरुद्वारों के सामने बैठने का समय सुबह 9 से 10 बजे तक होगा। एक घंटा बिताने के बाद उन्हें एक घंटे के लिए प्रायश्चित के तौर पर बर्तन साफ करने के लिए लंगर हॉल में जाना होगा।"
अकाल तख्त ने सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक दोषी ठहराया, स्वर्ण मंदिर में बर्तन साफ करने का निर्देश
byManish Kalia
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