शनिवार को हुए नगर निगम चुनाव में बहुमत के लिए जरूरी 43 सीटों तक पहुंचने में विफल रहने के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए जरूरी पांच पार्षदों को अपने पाले में लाने में कामयाब रही। 85 वार्डों वाले नगर निगम सदन में आप केवल 38 वार्डों पर ही जीत दर्ज कर सकी, जबकि कांग्रेस को 25, भाजपा को 19, बसपा को एक और निर्दलीय को दो वार्ड मिले।
केवल दो दिनों में पार्टी के नेतृत्व, जिसमें तीन कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, डॉ. रवजोत सिंह और मोहिंदर भगत शामिल हैं, पांच पार्षदों को अपने पाले में लाने में सफल रहे, जिससे आप के मेयर के लिए जरूरी 44 पार्षदों की संख्या बढ़ गई।
शामिल होने वालों में दोनों निर्दलीय पार्षद सीमा रानी (वार्ड नंबर 81) और तरसेम लखोत्रा (वार्ड नंबर 46), कांग्रेस से दो पार्षद परवीन वासन (वार्ड नंबर 65) और मनमीत कौर (वार्ड नंबर 47) और भाजपा से दो पार्षद सुलेखा भगत (वार्ड नंबर 63) और शबनम दुग्गल (वार्ड नंबर 41) शामिल हैं। एक के बाद एक पार्षदों के शामिल होने का सिलसिला जारी रहा।
पता चला है कि आप की योजना है कि सदन को सुरक्षित और स्थिर बनाने के लिए उसके पक्ष में सिर्फ 43 नहीं बल्कि 50 पार्षद हों। पता चला है कि कई और पार्षदों ने सत्तारूढ़ आप में शामिल होने में अपनी रुचि दिखाई है ताकि अगले ढाई साल तक उनके वार्डों में धन का निर्बाध प्रवाह, विकास कार्य सुनिश्चित हो सके और यहां तक कि वे जो व्यवसाय पहले से कर रहे हैं, उन्हें भी आसानी हो। कुछ ऐसे भी हैं जो डिप्टी मेयर या सीनियर डिप्टी मेयर जैसे महत्वपूर्ण पद पाने के लिए पार्टी नेताओं से प्रतिबद्धता मांग रहे हैं।
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