पंजाब डेस्क : फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा और जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने बुधवार को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात की। सिख धर्मगुरुओं की 2 दिसंबर को होने वाली बैठक में शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के लिए ‘तनखाह’ (धार्मिक सजा) तय करने की बात कही गई है। बैठक के दौरान खालसा और तरसेम ने जत्थेदार से बिना किसी दबाव के सुखबीर के बारे में फैसला लेने का आग्रह किया। सुखबीर को बागी पार्टी नेताओं की शिकायत पर 2007 से 2017 तक पार्टी और उसकी सरकार द्वारा की गई गलतियों के लिए ‘तनखैया’ (धार्मिक दोषी) घोषित किया गया था। अकाल तख्त सचिवालय के बाहर मीडिया को जानकारी देते हुए तरसेम ने कहा, “सुखबीर के इस्तीफा देने के बाद अन्य नेताओं ने भी इस्तीफे की पेशकश की। यह जत्थेदार पर दबाव बनाने की एक चाल थी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि फैसला सुखबीर के पक्ष में आए। इसलिए मैं यहां जत्थेदार से अपील करने आया हूं कि वे निष्पक्ष फैसला सुनाएं और किसी तरह का दबाव स्वीकार न करें।
अकाल तख्त के जत्थेदार से सुखबीर बादल पर निष्पक्ष फैसला सुनाने का आग्रह
byManish Kalia
-
0
Post a Comment