लुधियाना में कस्बा जगराओं के स्थानीय अड्डा राएकोट के नजदीक कौंसिल की करोड़ों की जमीन पर बने छप्पड़ पर कुछ क्लोनाइजरों द्वारा कूड़े की ट्रालियां डालकर कब्जा करने का मामला गरमा गया है।
उधर एक क्लोनाइजर राजविंद्र सिंह ने नगर कौंसिल प्रधान जतिंद्र राणा के आरोपों को निराधार बताया। उनके मुताबिक उनके पास जगह के पूरे कागजात है।
राजनीतिक दबाव से हो रहा कब्जा
नगर कौंसिल के प्रधान जतिंद्र राणा ने CM भगवंत मान और NGT के चेयरमैन को इस मामले की शिकायत भेजी है। वहीं डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक ने इस मामले में एक्शन लेते हुए सुधार के BDPO मलकीत सिंह को जांच सौंपी है। बता दें जगराओं में किसी राजनीतिक दबाव तले इस छप्पड़ पर कब्जा करवाने की कोशिश की जा रही है। चर्चा है कि एक विधायक के दखल के कारण कौंसिल अधिकारियों ने आंखें बंद की हुई है। इसी कारण इस मामले में सुधार के अधिकारी को जांच सौंपी गई है।
नगर कौंसिल प्रधान जतिंद्र राणा।
CM मान से है एक्शन की उम्मीद- कौंसिल प्रधान राणा
नगर कौंसिल प्रधान जतिंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने CM मान को इस मामले की शिकायत भेजी है। उन्हें मुख्यमंत्री से उम्मीद है कि वह सरकारी जमीन पर हो रहे कब्जे के खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। राणा ने कहा कि उन्होंने शिकायत पत्र में साफ लिखा है कि आप पार्टी सरकारी जमीनों पर कब्जे छुड़वाने के वादे के साथ सरकार में आई है। लेकिन सत्ता में आने के बाद अब सरेआम जगराओं में कुछ क्लोनाइजर सरकार की ही करोड़ों की जमीन हड़पने में लगे हुए है।
नगर कौंसिल द्वारा भेजी गई ई-मेल।
NGT को एक्शन लेने की लगाई गुहार
राणा मुताबिक वह किसी भी कीमत पर छप्पड़ पर कब्जा नहीं होने देंगे। वहीं NGT से गुहार लगाई है कि जो लोग छप्पड़ में कूड़ा फेंक कर धरती को प्रदूषित कर रहे है उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए।
राणा मुताबिक इससे पहले भद्रकाली मंदिर के नजदीक कौंसिल ने भी एक छप्पड़ कूड़े के साथ भरा था। जिसमें NGT ने कौंसिल को जुर्माना तो लगाया ही था साथ ही साथ कौंसिल की ओर से छप्पड़ में डाला गया सारा कूड़ा वापिस निकाल मिट्टी डलवाई गई थी।
छप्पड़ साफ करवाने के लिए सरकार ने 11.52 लाख की ग्रांट जारी की
राणा ने बताया कि पंजाब सरकार इस छप्पड़ से कूड़ा साफ करवाने के लिए 11.52 लाख की ग्रांट जारी कर चुकी है। जिस ठेकेदार के पास छप्पड़ से कूड़ा निकालने का काम है वह करीब अढ़ाई लाख का वहां काम कर चुका है। कॉलोनाइजर NGT के भी उलट छप्पड़ में कूड़ा भर कर नियमों की उल्लंघना कर रहे है।
क्लोनाइजर राजविंद्र सिंह जानकारी देता।
क्लोनाइजर बोला सभी कागजात है पूरा
इस मामले में क्लोनाइजर राजविंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी तरह का सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है। उनके मुताबिक उनके पास सभी तरह के कागज पूरे है। 23/1 की मलकियत ग्रांम पंचायत की है जबकि 23/2 की मलकियत उनकी है। चारदीवारी उन्होंने अपनी करवाई है। राजविंद्र मुताबिक 2020 में एसडीएम द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया था जिसमें 3 कानूगों और 1 पटवारी मैंबर थे। उसके मूुताबिक ही पैमाइश हुई थी।
पैमाइश के बकायदा निशान लगाए गए थे। ये रास्ता रेवन्यू के रिकार्ड में 33 फीट ये रास्ता म्यूसीपल पार्क के पिछली तरफ जाता है। उस रास्ते में नगर कौंसिल ने खुद कई जगह छप्पड़ के बीच गंदगी की ढेरियां लगवाई है। कौंसिल कर्मचारी रात को कूड़े को आग लगा देते है। कौंसिल का पार्षद जरनैल सिंह यहां आकर 4 दिन पहले गाली गलोच करके गया था जिसकी शिकायत पुलिस को की हुई है।
नगर कौंसिल के प्रधान या पार्षद छप्पड़ की कोई भी मालकी दिखाए यदि उनके पास है। क्लोनाइजर राजविंद्र मुताबिक वह छप्पड़ की सफाई जरुर करवा रहे थे लेकिन कूड़ा नहीं गिरवाया।
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